Top 25+ Best Hindi Poem For Class 1 | हिंदी कविता कक्षा 1 के लिए

Hindi poem for Class 1:- Here, I present to you a delightful collection of the top 21+ Hindi poems for Class 1, each carrying profound thoughts crafted by the poet. Within this article, we will delve into the realm of Hindi poems adorned with moral lessons, designed specifically for children. Hindi boasts an extensive repertoire of poetic treasures, and poems hold immense significance in any language.

यहाँ छोटे बच्चों के लिए ज्ञान पर लिखी हुई बहुत ही सुंदर कविता प्रस्तुत किया गया है। यह कविता हमारे सभी नन्हें-मुन्हें बच्चों के लिए जरूर पसंद होगी। आज के लेख में, हम बच्चों के लिए नैतिक के साथ कक्षा 1 के लिए हिंदी कविताओं पर चर्चा करेंगे। कविताएँ किसी भी भाषा में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।

Children are often immersed in poems that encompass morals and values, imparting them to young minds. Below, you will find a compilation of Hindi poems tailored for Class 1 students, destined to captivate their hearts.

Hindi poems, or “Hindi kavita,” are a splendid way to embark on a journey of imagination, emotions, and cultural richness. These enchanting verses, carefully crafted in the poetic form of Hindi, hold the power to captivate the hearts and minds of young learners, even those in Class 1.

In the world of Hindi poems, vibrant colors come alive as words dance gracefully across the page. Each poem is like a little story, unfolding before our eyes, as if a magical spell has been cast upon the words. Through rhythmic patterns and melodic tones, Hindi poems create a symphony of language that resonates deep within the soul.

The poems for Class 1 children in Hindi are carefully selected to ignite their curiosity and spark their creativity. They often revolve around nature, animals, seasons, and simple everyday experiences that children can easily relate to. With every verse, these poems transport young minds to a world filled with wonder and joy.

The beauty of Hindi poems lies not only in the mesmerizing words but also in the underlying messages they convey. They teach valuable lessons about love, friendship, honesty, and the importance of embracing one’s own unique identity. Through these poems, children develop a deep appreciation for their cultural heritage and learn the power of self-expression.

Poem On Mother In Hindi

फूलों की बहार

Hindi Poem For Class 1

फूलों की बहार है यहाँ,

खिल उठे हैं सभी गुलदस्ते।

मस्ती से खेल रहे हैं सब,

हर तरफ है खुशी का मैला मस्त।

हरा-भरा यहाँ का बगीचा,

देखो तुम इसे बड़ी खुशी से।

मौसम ने बनाई है तस्वीर,

बह रही है धूम उसकी तरफ से।

फूलों का रंग अनोखा है,

हर एक खिली हुई मुस्कान भी।

सूंदरता की है इसमें बारिश,

हर कोई है इसे देखने को बेकरार भी।

बच्चों को यहाँ प्यार मिलता है,

खेलने को जगह बहुत है यहाँ।

मिलकर सब मिलते हैं खुशी से,

यहाँ का है आनंद निर्माण भी।

फूलों की बहार हमारी यहाँ,

मिलकर आएं सब खुशहाली से।

यही है बचपन की खुशी का आदान,

हमारे दिल में बसी यही जान से।

-आदित्य

ऊपर पंखा चलता है

Hindi Poem For Class 1

ऊपर पंखा चलता है,

नीचे मुन्ना सोता है।

सोते सोते भूख लगी,

खाले बेटा मूंगफली।

मूंगफली में दाना नहीं,

हम तुम्हारे मामा नहीं।

मामा गई दिल्ली,

वाहा से लेये दो बिल्ली।

बिल्ली ने मारा पांजा,

मामा हो गया गांजा।

मामा ने मारी लाट,

चल पड़ी बारात।

बारात मैं दो बच्चे,

मम्मी पापा अच्छे।

धोबी आया

Hindi Poem For Class 1

धोबी आया, धोबी आया, कितने कपड़े लाया,

एक, दो, तीन

एक, दो, तीन

धोबी आया, धोबी आया, कितने कपड़े लाया,

चार, पांच, छह

चार, पांच, छह

धोबी आया, धोबी आया, कितने कपड़े लाया,

सात, आठ, नौ

सात, आठ, नौ

धोबी आया, धोबी आया, कितने कपड़े लाया,

दस, दस, दस

भाई, बस, बस, बस।

कुकरू कु भाई

Hindi Poem For Class 1

कुकडू कू भाई कुकडू कू,

कुकडू कू भाई कुकडू कू।

उठो बच्चों आलस क्यों?

कुकडू कू भाई कुकडू कू,

मुर्गा बोले कुकडू कू।

सूरज जागे तुम सोए हो क्यों?

कुकडू कू भाई कुकडू कू,

मुर्गा बोले कुकडू कू।

आओ करें हम मस्ती शुरू,

कुकडू कू भाई कुकडू कू।

मुर्गा बोले कुकडू कू।

बारिश आई छम छमा छम

Hindi Poem For Class 1

बारिश आई छम छमा छम छम,

लेकर छाता निकले हम।

पैर फ़िसल गया गिर गए हम,

ऊपर छाता नीचे हम।

देखो देखो बादल आये,

साथ अँधेरा कैसे लाये।

बादल गरजा गर गर गर गर,

मेढ़क बोला टर टर टर टर।

पानी बरसा छम छम छम,

छाता लेकर निकले हम।

पैर फ़िसल गया गिर गए हम,

ऊपर छाता नीचे हम।

हाथी राजा बहुत बड़े

Hindi Poem For Class 1

हाथी राजा, बहुत बड़े,

सूंध उठा कर कहाँ चले,

हाथी राजा, बहुत बड़े,

पूंछ हिला कर कहां चले,

मेरे घर भी आओ ना,

हलवा पूरी खाओ ना,

आओ बैठो कुर्सी पर

कुर्सी बोले चतर पतर, चतर पतर।

मम्मी की रोटी गोल गोल

Hindi Poem For Class 1

मम्मी की रोटी गोल गोल,

पापा के पैसे गोल गोल।

दादा का चश्मा गोल गोल,

दादी की बिंदिया गोल गोल।

ऊपर पंखा गोल गोल,

नीचे धरती गोल गोल।

चंदा गोल सूरज गोल,

हम भी गोल तुम भी गोल।

सारी दुनिया गोल मटोल।

आलू कचालू बेटा

Hindi Poem For Class 1

आलू कचालू बेटा कहां गये थे?

बैंगन की टोकरी में सो रहे थे।

बैंगन नै लात मारी रो रहे थे,

मम्मी ने प्यार किया हंस रहे थे।

पापा ने पैसे दिये नाच रहे थे,

भैया ने लड्डू दिये खा रहे थे।

मैं नदी हूं

Hindi Poem For Class 1

नदी हूं, मैं नदी हूं,

हरदम बहती रहती हूं,

सुनो बात मेरी अनोखी नदी हूं।

पहाड़ों से जन्म लिया,

जा सागर में मिल जाती हूं।

नदी हूं मैं नदी हूं,

हरदम बहती रहती हूं।

जहां जन्म लिया कभी न मुड़कर देखा,

सृष्टि की ग़ज़ब कहानी हूं।

न जाने कैसे राहों में भी,

रेत-कंकरीले,चट्टानों से भी,

टकराती बह जाती हूं।

नदी हूं मैं नदी हूं,

हरदम बहती रहती हूं।

कई नामों से पुकारा मुझे,

ना जाने कितने नाम है मेरे।

कहीं गंगा, कहीं यमुना,

कृष्णा, कावेरी, गोदावरी और सरस्वती,

ना जाने कितने नाम है मेरे।

कल -कल करती, झर- झर करती,

चट्टानों से खेला करती।

हरदम बहती रहती हूं,

नदी हूं मैं नदी हूं।

हरदम बहती रहती हूं।

मुझसे ही तृप्त हुई यह धरती,

हरी-भरी मेरे जल से हो जाती है।

मुझसे ही कितने कल-कारखाने,

अपना उत्पादन बढ़ाते हैं।

हर जीव-जंतु ने मुझसे ही जीवन पाया,

नदी हूं मैं नदी हूं।

हरदम बहती रहती हूं।

मुझसे ही प्यासों ने पानी पाया,

पानी से ही सब जीते हैं।

न जाने कब से पानी है, तब से यह नदी है,

यह नदी की कितनी बड़ी कहानी है।

नदी हूं मैं नदी हूं,

हरदम बहती रहती हूं।

-वसुन्धरा कुरै

चिड़िया 

Hindi Poem For Class 1

चिड़िया आई, चिड़िया आई,

ची-ची, चूं-चूं, गीत सुनाई।

अब तक क्यों सोये हो बंधु,

प्रातः आकर हमें जगाई।

जल्दी से तुम उठ भी जाओ,

क्यों ले रहे हो तुम अंगड़ाई।

सदा प्रेम से रहना दोस्तों,

आपस में मत करो लड़ाई।

छोटे -बड़े का भाव मन में,

रखें कभी ना भाई-भाई।

-बलदाऊ राम साहू

हम बच्चे प्यारे-प्यारे

Hindi Poem For Class 1

हम बच्चे प्यारे- प्यारे हैं।

मां की आंखों के तारे हैं।।

मां के हैं हम लाल।

उसकी आंखों के तारे हैं।।

अगर कभी हम रूठ जाएं।

चंदा मामा को बुलाती है।।

प्यारे -प्यारे गीत सुना कर।

दूध रोटी खिलाती है।।

अगर कभी जब नींद सताए।

लोरी गा के सुलाती है।।

अगर कभी जो हम डर जाएं।

हम को गले लगाती है।।

उछल कूद करते रहते।

हम बच्चे प्यारे-प्यारे हैं।।

-सपना यदु

बड़े उपकारी हैं पेड़

Hindi Poem For Class 1

बड़े उपकारी हैं पेड़,

माँ समान हैं पेड़।

कितने सुन्दर लगते हैं पेड़,

अपने फल न खाते हैं पेड़।

आम-अमरुद सेब नारंगी,

फलों की खान है पेड़।

पत्थर भी जब खाते हैं पेड़,

बदले में फल देते हैं पेड़।

प्रकृति का वरदान है पेड़,

प्राणवायु के खजाने हैं पेड़।

हरियाली करते हैं पेड़,

प्रकृति का प्रदूषण हटाते हैं पेड़।

-श्यामसुन्दर गर्ग

चिड़िया का सन्देश

Hindi Poem For Class 1

आंगन में एक चिड़िया आई,

प्यारा एक संदेशा लाई।

देना थोडा दाना-पानी,

रोज कहूँगी नई कहानी।

फिर डाल पर झूलूँगी,

कभी आसमां को छू लुंगी।

चुन तिनका-तिनका लाऊंगी,

एक प्यारा नीड़ बनाउँगी।

कुछ गीत सुहाने गाऊँगी,

और सबका मन बहलाउंगी।

यदि प्रेम तुम्हारा पाऊँगी,

एक स्नेह बसंत दे जाउंगी।

-धारा यादव

बाल दिवस

Hindi Poem For Class 1

गुलाब का फूल, टोपी पहने,

शान से वो आते थे।

काम के बाद सबसे पहले,

बच्चों से प्यार दिखाते थे।

14 नवंबर चाचा का जन्मदिन,

बाल दिवस के रूप में मनाते हैं।

खेल-कूद और खाने के साथ,

कई उपहार भी लाते है।

बच्चो के संदर भविष्य का,

देखा नेहरू जी ने सपना।

आओ करे साकार इसे,

बनाकर ये लक्ष्य अपना।

गरीब बच्चों को खाना देकर,

और एक छत बनाते है।

हर बच्चे को पढ़ाकर,

चलो आगे बढ़ाते है।

-श्रेयानवी सिंह

जंगल के राजा की

Hindi Poem For Class 1

जंगल के राजा की आज है सगाई,

सबको बांटी खूब मिठाई।

कब से था जिसका इंतजार,

आज सब देंगे राजा को बधाई।

फोटो लेंगे सपनों के राजा,

हाथी बजाएगा बैंड और बजा।

गलती से तुम भूल ना जाना,

भल्लू परोसेगा सबको खाना।

बंदर सब होंगे दरबारी,

लोमरी पहन के आएगी साड़ी।

कोयल जब शुरू करेगी गाना,

तब जमेगी महफ़िल सारी।

सज धज के हम भी जाएंगे,

तोहफा भी दे कर आएंगे।

नाच – गाना खाना और पीना,

खूब धमाल मचाएंगे।

आज इतवार है

Hindi Poem For Class 1

आज इतवार है,

टोटे को बुखार है

तोता गया डॉक्टर के पास

डॉक्टर ने लगाई सुई

तोता बोला उई उई उई

आज सोमवार है,

हाथी को बुखार है

हाथी गया डॉक्टर के पास

डॉक्टर ने लगाई सुई

हाथी बोला उई उई उई

आज मंगलवार है,

चूहे को बुखार है

चूहा गया डॉक्टर के पास

डॉक्टर ने लगाई सुई

चूहा बोला उई उई उई

आज बुधवार है,

बंदर को बुखार है

बंदर गया डॉक्टर के पास

डॉक्टर ने लगाई सुई

बन्दर बोला उई उई उई

आज गुरुवर है,

घोड़े को बुखार है

घोड़ा गया डॉक्टर के पास

डॉक्टर ने लगाई सुई

घोड़ा बोला उई उई उई

आज शुक्रवार है,

शेर को बुखार है

शेर गया डॉक्टर के पास

डॉक्टर ने लगाई सुई

शेर बोला उई उई उई

आज शनिवार है,

बिल्ली को बुखार है

बिल्ली गई डॉक्टर के पास

डॉक्टर ने लगाई सुई

बिल्ली बोली उई उई उई

बापू नमन आपको

Hindi Poem For Class 1

प्यारे बापू नमन आपको।

आज़ादी का बिगुल बजाया,

अंग्रेजों को मार भगाया।

हम सबका ही, नमन आपको।

गोली से भी नहीं डरे थे,

सत्य-मार्ग पर सदा बढ़े थे।

इसीलिए तो नमन आपको,

नस्ल-भेद को दूर हटाया।

मानवता का पाठ पढ़ाया।

आज राष्ट्र का, नमन आपको।

-रमेश चन्द्र पंत

आओ हम पेड़ लगाएँ

Hindi Poem For Class 1

आओ हम पेड़ लगाएं,

आस पास को हरा भरा बनाए।

कितने सुंदर कितने प्यारे,

रंग बिरंगे रहते चूपचाप खड़े। 

एक दूसरे से गले मिले,

आओ हम पेड़ लगाएं।

चिड़ियों का संगीत सूनो,

अपने मन को थीर धरो।

पेड़ों से तुम भी प्रीत करो,

पेड़ों से आती बरसात निराली।

फूलों की सुगंध मन को बहकाये,

आओ हम पेड़ लगाएं।

जल जीवन है धरा पर उपवन,

पेड़ ही तो धरती का तन मन।

काम की बात सबको बताओ,

पेड़ ना काटो मान भी जाओ। 

जीव जंतु सदियों से रहते आये,

आओ हम मिलकर पेड़ लगाएं।

पेडों की है बात निराली,

करनी है इनकी रखवाली।

हम मनाएंगे ईद और दीवाली,

ऋषियों ने पेड़ों के गुण बताए।

आओ हम वन महोत्सव मनाए,

आओ हम पेड लगाएं।

-अजय कुमार यादव

मातृभाषा का नाम है हिंदी

Hindi Diwas Poem For Class 1

मातृभाषा का नाम है हिंदी,

देश का अपने सम्मान है हिंदी।

है ये सब भाषाओं से न्यारी,

हर हिंदुस्तानी का अभिमान है हिंदी।

कश्मीर का सौंदर्य है हिंदी,

पंजाब का बांकपन है हिंदी।

है राजस्थान की संस्कृति निराली,

हरियाणा का अपनापन है हिंदी।

सभ्यता का हम पर एहसान है हिंदी,

कण कण में विद्यमान है हिंदी।

भारतवर्ष को करती ये अलंकृत,

विदेशों में भी शोभायमान है हिंदी।

ऋतुओं का आगमन है हिंदी,

त्योहारों का मनाना है हिंदी।

नैतिक मूल्यों का पाठ पढ़ाती,

जीने का जीवन नाम है हिंदी।

देश का गुणगान है हिंदी,

हर जन का स्वाभिमान है हिंदी।

पल भर में बनाती ये आसान है हिंदी,

अनेकता में एकता का नाम है हिंदी।

नस नस में विराजमान है हिंदी,

दिलों में दैदीप्यमान है हिंदी।

बड़ी से बड़ी कठिनाई को,

भारत का दूजा नाम है हिंदी।

सबकी आन बान और शान है हिंदी,

जोड़े रखती सबको संग अपने।

भीड़ से हटकर बनाई है जिसने,

एक अलग पहचान है हिंदी।

हिन्दी भाषा

Hindi Diwas Poem For Class 1

सरल,सहज और मीठी भाषा,

बह प्रचलित और श्रेष्ठ भाषा.

हम सब की है प्रिय भाषा,

हिन्दी हमारी राष्ट्र भाषा,

साहित्य का श्रंगार है हिंदी,

सूर मीरा की भाषा हिन्दी,

मैत्री की भाषा है हिन्दी,

राष्ट्र का प्रतीक है हिन्दी,

पढ़ते हिन्दी,लिखते हिन्दी,

सुनते और समझते हिन्दी.

सहज, सरल भावों – शब्दों की

शीतल – सी पुरवाई हिंदी.

देशज बोली, भाषाओं की

करती है अगुवाई हिंदी.

हो संयुक्त राषट्र की भाषा

गिने न और दहाई हिंदी.

हिंदी भाषा हमारी शान,

करते हम इस पर अभिमान.

अँग्रेजी का नव विकल्प बन

लेती है अँगड़ाई हिंदी.

संस्कृति, उत्सव, त्योहारों की

नस – नस में है समायी हिंदी.

सहज, सरल भावों – शब्दों की

शीतल – सी पुरवाई हिंदी.

देशज बोली, भाषाओं की

करती है अगुवाई हिंदी.

हो संयुक्त राषट्र की भाषा

गिने न और दहाई हिंदी.

-प्रीतम कुमार साहू

खेलो होली

Easy Hindi Poem for class 1

रंगों की भर लाओ झोली.

मिलजुल के सब खेलो होली.

नाचो-गाओ, खुशी मनाओ,

करो सभी के संग ठिठोली.

करो रंग की खूब लड़ाई,

पर अपनी मीठी हो बोली.

खुशी रंग बरसाते आई.

अपनी हुड़दंगों की टोली.

जब आई गुजियाों की थाली,

टूट पड़े सारे हमजोली,

-महेंद्र कुमार वर्मा

होली है,

Easy Hindi Poem for class 1

होली है, भाई होली है.

बंदर काका भांग पिए हैं।

करता श्वान ठिठोली है.

खुशी में डुबा जंगल है।

आया पर्व सुमंगल है.

कोकिल, मैना गाएँ गीत

कौवे ने छेड़ा संगीत.

बिल्ली – चूहा रंग खेलते

मस्त ग्धों की टोली है.

लगा शेर को रंग गुलाल,

हाथी पानी रहा उछाल.

बुलबुल – गौरिया हैं संग

तितली को करती हैं तंग.

ठमक – ठमक कर नाचा मोर,

हवा फागुनी डोली चहूँ ओर,

मधुमक्खी ले आई शहद,

साथी सभी हुए गदगद.

तोते ने भी किया न देर,

लगा दिया था फलों का ढेर.,

सबने खाया – पिया प्रेम से

भरी हर्ष से झोली है.

होली है, भाई होली है.

-गौरीशंकर वैश्य विनम्र

दीपावली आई

hindi poem for class 1 and 2

दीप जल उठे दीपावली आई,

कण-कण में उजियारा छाई।

घर-आंगन में रौनकता समायी,

रंग रंगीली मन को अति भायी।

घर आंगन सुहाने लगते हैं,

सब के मन को भा जाते हैं।

बच्चे मौज-मस्तियाँ करते हैं,

खूब हंसते और मुस्कुराते है।

बच्चे प्यारे-प्यारे लगते हैं,

ये बड़े न्यारे-न्यारे लगते हैं।

चमकीले कपड़े पहनते हैं,

बच्चे खुशियाँ खूब मनाते हैं।

बच्चे फुलझड़ियाँ जलाते हैं,

ये आँगन में फूल खिलाते हैं।

बच्चे खुब मिठाईयां खाते हैं,

और खुशियां खूब मनाते हैं।

धूप-दीप से थालियां सजाते हैं,

माँ लक्ष्मी की आरतियाँ करते हैं।

बतासे मिठाई से भोग लगाते हैं,

सुख-शांति का आशीष पाते हैं।

-अशोक पटेल

दीपों का त्यौहार

short hindi poems for class 1

दीप जले हैं घर आँगन में,

दीपों का त्यौहार है आया।

जगमग-जगमग घर आँगन,

सबके मन खुशियाँ समाया।

नए-नए कपड़े पहनकर,

बच्चों का मन इतराया।

देख पटाखें, फुलझड़ियाँ,

बच्चों का मन हर्षाया।

खिल,बताशे, रसगुल्ले से,

मुनिया का मन ललचाया।

दूर खड़े सोनू-मोनू भी,

देख मिठाई दौड़े आए।

देख रहा हामीद दीवाली,

उसके मन को भी भाया।

धूमधाम से मिलकर सबने,

दीपावली त्यौहार मनाया।

-महेन्द्र साहू

आशा है की आपको इस पोस्ट से Best 21+ Hindi Poem For Class 1 – हिंदी कविता कक्षा 1 के बारे में जो जानकारी दी गयी है वो आपको अच्छा लगा होगा, हमें गर्व है कि आपने हिंदी कविता का आनंद लिया और अब आप खुद भी कविताओं को लिखने का प्रयास कर सकते हैं। धन्यवाद और बच्चों, हमेशा सीखते रहो और जीवन का आनंद लेते रहो।” और अपने माता-पिता के साथ यह कविता साझा करें, और उन्हें भी आपकी सीख सुनाएं। धन्यवाद, और जिंदगी का हर दिन एक नया सफर हो।” आपको हमारी ये पोस्ट पसंद आई है तो अपने दोस्तों के साथ अधिक से अधिक शेयर करें ताकि उन्हें भी इसके बारे में पूरी जानकारी मिल सके।

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Leave a Comment

एडवरटाइज हटाएं यहाँ क्लिक करें

You cannot copy content of this page