15+ भारत देश पर सर्वश्रेष्ठ कविता | Poem On India Country In Hindi

India is a great Nation not because it is our country India is a great because of its beauty of diversity With several customs and traditions. India is world’s oldest growing civilizations and now it is a fastest growing country. India has the largest democracy in the world. The prominent political parties in India are BJP, indian National Congress, SP, BSP, CPI and AAP. It has brought the world diverse languages and cultures. India is the birthplace of Ayurveda, Yoga, Natural beauty and talented Artists. Zero, Decimals, Calculus, Algebra, Trigonometry like many more gift given to the world by India. For our country we have numerous vision, We are proud to be an Indian.

 

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मेरा भारत देश

Poem On India Country In Hindi

 

पुण्य तिरंगा से हमें, मिलती है पहचान.

तीन रंग मन में भरे, देशभक्ति का भान..

भर देता मन प्राण में, अतुलित पावन गर्व.

जब आता है देश में, आजादी का पर्व.

 

लहर-लहर लहरा रहा, गर्वित हो आकाश.

आज तिरंगा भर रहा, मन में परम प्रकाश.

केसरिया बलिदान का, सत्य शांति का श्वेत.

हरा प्रकृति प्रतीक जहाँ, उर्वर पोषित खेत.

 

चक्र प्रतीक है धर्म का, सदभावों के संग.

शोभित निज ध्वज को करे, तीनों पावन रंग..

नित-नित यह झण्डा भरे, तन-मन में विश्वास.

संप्रभुता का है सखा, जन-जन को आभास.

 

पुण्य तिरंगा दे रहा, जग को शुभ संदेश.

प्रेम भाव ही बॉटता, अपना भारत देश..

केसर की घाटी जहाँ, नित ही बाँटें प्यार.

और हिमालय से बहे, पावन गंगा धार..

 

वीरों की है वीरता, ज्ञानी का शुभ ज्ञान.

परिपाटी पावन जहाँ, भरत देश महान..

सर्वप्रथम निज देश है, बाकी सब कुछ बाद.

आजादी के पर्व को, रखो “प्रेम” नित याद..

-रचनाकार- प्रेमचन्द साव

 

भारत को सोने की चिड़िया बनाना हैं।

Poem On India Country In Hindi

 

 

 

भारत को सोने की चिड़िया बनाना हैं,

भ्रष्टाचार को रोककर सुशासन को,

आखरी छोर तक ले जाना हैं.

हृदय में ऐसा जज्बा लाना है.

 

सरकारों को ऐसी नीतियां बनाना हैं.

साथ मिलकर महत्वपूर्ण भूमिका निभाना हैं,

संकल्प लेकर सुशासन को,

भारत को परिवर्तनकारी

 

आखिरी छोर तक ले जानाहैं.

पथ पर ले जाना हैं.

सबको परिवर्तन का सक्रिय

धारक बनाना हैं.

 

न्यूनतम सरकार अधिकतम शासन,

प्रणाली लाना हैं,

सुशासन को आखिरी,

छोर तक ले जाना हैं.

 

भारतीय लोक प्रशासन को

ऐसी नीतियां बनाना हैं,

वितरण प्रणाली में भेदभाव

क्षमता अंतराल को दूर करना हैं.

 

लोगों के जीवन की गुणवत्ता

कौशलता विकास में सुधार करके,

सुखी आरामदायक बेहतर

खूबसूरत जीवन बनाना है

 

सुविधाओं, समस्यायों, समाधानों

की खाई पाटना हैं.

आम जनता की सुविधाओं को

अधनुतिक तकनीकी से बढ़ाना हैं.

 

प्रौद्योगिकी पर जोर देकर

विकास को बढ़ाना हैं,

कल के नए भारत को

साकार रूप देना हैं.

-रचनाकार- किशन सनमुखदास भावनानी

 

भारत राष्ट्र प्रेम संस्कृति का ख़ज़ाना है

Poem On India Country In Hindi

 

भारत राष्ट्र प्रेम संस्कृति का खजाना है

यह कभी भी कम ना हो पाए.

घर-घर में जाकर भारतीय राष्ट्र प्रेम

संस्कृति दिल से अपनाने का मंत्र दिलाएँ.

 

बच्चों युवाओं में भारतीय राष्ट्र-प्रेम

संस्कृति के प्रति प्रोत्साहन करवाएँ.

हमेशा याद दिलाएँ हम अपनी

विरासत की जड़ों को भूल न जाएँ।

 

आओ साथ मिलकर राष्ट्र-प्रेम

का जन-जागरण कराएँ.

हमारी परम्पराओं सभ्यताओं

कलाकृतियों में आस्था दर्शाएं.

 

डटकर लड़ना होगा हमें

पाश्चात्य संस्कृति से

ऐसा संकल्प करवाएँ.

हम अपनी जड़ों को भूल ना जाएँ.

 

पारंपरिक कला शैलियों को कायम रखने

हम ऐसा मिलकर रास्ता अपनाएँ.

बेहतर जिंदगी की तलाश में,

हम अपनी जड़ों को भूल ना जाएँ.

 

हम देख रहे हैं कैसे शहरीकरण स्वदेशी

लोककला शैलियों को नुकसान पहुँचा रहे हैं.

बड़े बुजुर्गों की बातों को छोड़

पाश्चात्य संस्कृति अपना रहे हैं.

-रचनाकार- किशन सनमुखदास भावनानी

 

देश हमारा

Poem On India Country In Hindi

 

अपना भारत देश, हमें प्राणों से प्यारा.

अखिल विश्व से प्रेम, परम प्रिय हिंद हमारा.

दिया शून्य उपहार, ज्ञान की पावन धरती.

सोना उगले खेत, भूमि न यहाँ की परती.

 

कुछ ना कुछ हर क्षेत्र, भरा अतुलित भंडारा.

अपना भारत देश, हमें प्राणों से प्यारा.

मुकूट सजा है शीर्ष, हिमालय जिसे पुकारे.

तीन ओर जलधाम, नित्य ही पैर पखारे.

 

हरा-भरा चहुँ ओर, दिखे सब सुखद नजारा.

अपना भारत देश, हमें प्राणों से प्यारा.

सैनिक वीर जवान, हमारे हैं बलशाली.

धरती जल आकाश, सदा करते रखवाली.

 

भारत की जयकार, गूँजता जग में न्यारा.

अपना भारत देश, हमें प्राणों से प्यारा,

अखिल विश्व से प्रेम, परम प्रिय हिंद हमारा.

अपना भारत देश, हमें प्राणों से प्यारा.

-रचनाकार- कन्हैया साहू

 

एक नया भारत बनाना है

Poem On India Country In Hindi

 

इंसानियत को जाहिर कर

स्वार्थ को मिटाना है।

बस यह बातें दिल में धर

एक नया भारत बनाना है।

 

सरकार कानून सब साथ देंगे

बस हमें कदम बढ़ाना है

हम जनता सबके मालिक हैं

यह करके दिखाना है।

 

एकता अखंडता भाईचारा दिखाना है

यह जरूर होगा पर

इसकी पहली सीढ़ी

अपराध को हृदय से निकालना है

 

कलयुग से अब सतयुग हो

ऐसी चाहना है।

हम सब एक हो ऐसा ठाने

तो ऐसा युग जरूर आना है-

 

पूरी तरह अपराध मुक्त भारत बने

भारत फिर सोने की चिड़िया हो

ऐसी चाहना है।

 

ऐसी भावना है

सबसे पहले खुद को

इस सोच में ढालना हैं।

फिर दूसरों को प्रेरित कर

जिम्मेदारी उठाना है।

 

ठान ले अगर मन में

फिर सब कुछ वैसा ही होना है

हर नागरिक को परिवार समझ

दुख दर्द में हाथ बांटना है।

 

इस सोच में सफल हों

यह जवाबदारी उठाना है

मन में संकल्प कर

इस दिशा में कदम बढ़ाना है।

 

पूरी तरह अपराध मुक्त भारत बने

ऐसी चाह जगाना है।

भारत फिर सोने की चिड़िया हो

ऐसी भावना लाना है.

-किशन भावनानी

 

भारत देश महान, मेरी आन बान शान

Poem On India Country In Hindi

 

भारत देश महान, मेरी आन बान शान

धर्मनिरपेक्षता है भारत की पहचान

हर धर्म,त्योहार, संस्कृति का भारत में सम्मान

अनेकता में एकता है भारत विश्व में बलवान.

 

भारत देश है बुद्धिजीवियों की खान

कोरोना वैक्सीन बना कर विश्व को दी नई पहचान

कोरोनावारियर्स बनकर उभरे भारत की शान

अब फिर बनेगा भारत,सोने की खान.

 

आत्मनिर्भर भारत बनेगा, हर क्षेत्र की जान

हर नागरिक को डालना होगा, इस सोच में जान

सोच में ही छुपा है, कुछ कर गुजरने का ज्ञान

भारत देश महान, मेरी आन बान शान.

– किशन सनमुखदास भावनानी

 

 

मेरा प्यारा देश

Poem On India Country In Hindi

 

रचनाकार- आशा उमेश

कभी किसी से करो न भेद,

होता मन में बडा है खेद.

मिलजुल जब रहते हैं सभी,

 

हर घर रोशन होता है तभी.

जात-पात कभी न मानो,

सबको तुम अपना जानो.

आ जाती जब कोई बला,

 

मिलकर करते सब भला.

देश हमारा वीरों का है,

देश हमारा धीरों का है.

धन-धान्य से धरा है पूर्ण,

 

हम सब जहां है संपूर्ण.

संस्कारों की धानी है यह,

साधु-संतों की वाणी है यह.

जहां पावन गंगा है बहती,

प्यारे भारत की गाथा है कहती.

-आशा उमेश

 

भारत देश महान, मेरी आन बान शान
रचनाकार- किशन सनमुखदास भावनानी

भारत देश महान, मेरी आन बान शान
धर्मनिरपेक्षता है भारत की पहचान
हर धर्म,त्योहार, संस्कृति का भारत में सम्मान
अनेकता में एकता है भारत विश्व में बलवान
भारत देश है बुद्धिजीवियों की खान
कोरोना वैक्सीन बना कर विश्व को दी नई पहचान
कोरोनावारियर्स बनकर उभरे भारत की शान
अब फिर बनेगा भारत,सोने की खान
आत्मनिर्भर भारत बनेगा,हर क्षेत्र की जान
हर नागरिक को डालना होगा, इस सोच में जान
सोच में ही छुपा है, कुछ कर गुजरने का ज्ञान
भारत देश महान, मेरी आन बान शान-3

 

 

 

एक नया भारत बनाना है।
रचनाकार- किशन सनमुखदास भावनानी

इंसानियत को जाहिर कर
स्वार्थ को मिटाना है।
बस यह बाते दिल में धर
एक नया भारत बनाना है।
सरकार कानुन सब साथ देंगे
बस हमें कदम बढ़ाना है
हम जनता सबके मालिक हैं
यह करके दिखाना है।
एकता अखंडता भाईचारा दिखाना है
यह जरूर होगा पर
इसकी पहली सीढ़ी
अपराध को हृदय से निकालना है।

कलयुग से अब सतयुग हो
ऐसी चाहना है
तो ऐसा युग जरूर आना है.-3
हम सब एक हो ऐसा ठाने
पूरी तरह अपराध मुक्त भारत बने
भारत फिर सोने की चिड़िया हो
ऐसी भावना है।

सबसे पहले खुद की
इस सोच में ढालना हैं।
फिर दूसरों को प्रेरित कर
जिम्मेदारी उठाना है।
ठान ले अगर मन में
फिर सब कुछ वैसा ही होना है।
हर नागरिक को परिवार समझ
दुख दर्द में हाथ बांटना है।
इस सोच में सफल हों
यह जवाबदारी उठाना है।
मन में संकल्प कर
इस दिशा में कदम बढ़ाना है
पुरी तरह अपराध मुक्त भारत बने
ऐसी चाह जगाना है।
भारत फिर सोने की चिड़िया हो
ऐसी भावना लाना हैं।

 

 

मेरा प्यारा देश
रचनाकार- आशा उमेश पांडेय

कभी किसी से करो न भेद,
होता मन में बडा है खेद.
मिलजुल जब रहते हैं सभी,
हर घर रोशन होता है तभी.
जात-पात कभी न मानो,
सबको तुम अपना जानो.
आ जाती जब कोई बला,
मिलकर करते सब भला.
देश हमारा वीरों का है,
देश हमारा धीरों का है.

धन-धान्य से धरा है पूर्ण,
हम सब जहां है संपूर्ण.
संस्कारों की धानी है यह,
साधु-संतों की वाणी है यह.
जहां पावन गंगा है बहती,
प्यारे भारत की गाथा है कहती.

 

 

 

भारत ने 26 ज़नवरी 2023 को कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस की परेड में दुनिया को अपना दम और आत्मनिर्भर भारत की गाथा 23 झांकियों के माध्यम से प्रदर्शित कर इतिहास रचा, जिसे सारी दुनिया ने हैरत भरी नज़रों से देखा कि इतनी तेजी से भारत विकास के झंडे गाड़ रहा है. दुनिया के तमाम विकासशील देशों को इससे प्रेरणा लेनी चाहिए. जिसमें ज़ज्बा जांबाज़ी हो उसे सफ़लता ज़रूर मिलती है, जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण आज का भारत है.

74 वें गणतंत्र दिवस की परेड में इस बार मुख्य अतिथि मिस्र के राष्ट्रपति अव्देल फतह अल सिसी रहे और परेड में भी वहाँ की सैनिक टुकड़ी शामिल हुई. सबसे खूबसूरत रहा स्वदेशी हथियारों का डिस्प्ले, लाइट कंबैट टेलेकॉस्टर डेयरडेविल्स की टीम को महिला अफसर ने लीड किया. विशेषता यह थी कि कोरोना से पहले करीब सवा लाख लोग परेड में शामिल होते थे परंत् अभी करीब पैतालीस हजार लोग शामिल हुए क्योंकि कोरोना अभी पूरी तरह गया नहीं है इस बार दर्शकों के बैठने की व्यवस्था अलग से की गयी थी.

26 जनवरी 2023 को पहली बार गणतंत्र दिवस की परेड कर्तव्य पथ पर दुनिया ने देखी, हिंद्स्तान की विराट ताकत. स्वदेशी सैन्य साधनों का शानदार प्रदर्शन का इतिहास रचा गया. कर्तव्य पथ पर इस बार देश ने इतिहास बनते देखा, देश में पहली बार आदिवासी महिला राष्ट्रपति ने परेड की सलामी ली. उनहोंने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और उसके बाद 21 तोपों की सलामी के साथ राष्ट्रगान हुआ. राष्ट्रपति ने कर्त्य पथ से राष्ट्र का नेतृत्व किया. मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी मुख्य अतिथि थे.

इससे पहले पीएम ने बॉर मेमोरियल पहुँचकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान उनके साथ रक्षा मंत्री, सीडीएस, तीनों सेनाओं के सेना प्रमुख मौजूद रहे. इसके बाद पीएम कर्तव्य पथ पहुँचे, यहाँ उन्होंने राष्ट्रपति का स्वागत किया. इस मौके पर परेड में भारत का स्वदेशी सैन्य पराक्रम और नारी शक्ति की ताकत नजर आई. आकाश मिसाइल, अर्जुन टैंक जैसे घातक हथियारों ने सेना के शौर्य को दिखाया, आसमान में प्रचंड और राफेल समेत 50 विमानों की उड़ान ने सीमाओं से परे भारतीय वायु सेना की शक्ति प्रदर्शित की. ये दृश्य हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा करने वाला रहा. 90 मिनट की परेड में 23 झांकियां भी दिखीं.

इनमें राज्यों की और मंत्रालयों विभागों की झांकियाँ शामिल रहीं. जहाँ यूपी की झाँकी में अयोध्या की झलक दिखी, तो वहीं गृह मंत्रालय द्वारा नशा मुक्त भारत की झाँकी और केंद्रीय सशस्र पुलिस बल की झाँकी में नारी शक्ति को दर्शाया गया. आखिर में भारतीय सेनाओं के 50 विमानों ने फ्लाई पास्ट किया. संस्कृति मंत्रालय का सांस्कृतिक कार्यक्रम वंदे भारतम कार्यक्रम नई दिल्ली में कर्तव्य पथ पर राष्ट्रीय गणतंत्र दिवस समारोह में प्रमुख आकर्षणों में से एक रहा.

राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता से चुने गए 479 कलाकारों ने नारी शक्ति विषय पर पूरे देश के सामने प्रदर्शन किया. भव्य परेड के दौरान, कलाकारों ने अपने जीवंत और ऊर्जावान प्रदर्शन के माध्यम से दर्शकों को मंत्रम्ध कर दिया और एक भारत, श्रेष्ठ भारत की सच्ची भावना में भारत की विविध सँस्कृतिक एवं कलात्मक विरासत को प्रदर्शित किया. गणतंत्र दिवस समारोह में कर्तव्य पथ पर संस्कृति मंत्रालय की ‘शक्ति रूपेण संस्थिता’ शीष्षक वाली रंगीन झाँकी भी दिखाई गई. झाँकी देवी के ‘शक्ति रूप पर आधारित है. इस झाँकी के माध्यम से कई लोकनृत्यों को एक मंच पर उतारा गया.

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